Saturday, May 8, 2010

sunstroke - homeopathy

बांसवाडा (डॉ. दीपक आचार्य)। हो योपैथी चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. रुचिर नागर ने भीषण गर्मी के दौर में लू और तापघात से बचाव में हो योपैथी चिकित्सा को अत्यंत कारगर एवं रामबाण बताया है और इसे अपनाने की सलाह दी है।
डॉ. नागर ने बताया कि इन गर्मियों में लू या सन स्ट्रोक रोग का प्रकोप ज्यादातर देखा जाता है। लू से पीडित रोगी को सरदर्द, बेचैनी, बुखार, बदन दर्द, पेट दर्द, उल्टी-दस्त आदि लक्षण पाए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि लू से बचाव के लिए हो योपैथी औषधियां अत्यंत प्रभावकारी हैं और इनके इस्तेमाल से लू से रेाकथाम संभव है। डॉ. नागर के अनुसार लू से मुक्ति पाने के लिए हो योपैथी चिकित्सा पद्घति में ग्लोनोइन 30 और नेट्रम यूर 30 दवाई की रोजाना एक खुराक काफी है। उन्होंने राय दी कि खासकर बच्चों को लू से बचाने के लिए इन हानिरहित हो योपैथिक दवाइयों का सेवन जरूर करना चाहिए। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉ. रुचिर नागर के मोबाइल न बर 9414725176 से स फ किया जा सकता है।

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